एन के सुशील
कोशी की आस@सुपौल
जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय जीवछपुर में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शुक्रवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में कस्तुरबा बालिका विद्यालय के छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। छात्रा ममता कुमारी व स्वीटी कुमारी ने प्रार्थना ‘ए मालिक तेरे वंदे हम’, ऐसी हो हमारी करम.. से कार्यक्रम की शुरुआत की।
छात्राओं ने अनेकों प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में समां बांध दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुऐ प्रधानाध्यापक मोहन कृष्ण ने कहा कि गांव समाज की बेटियां सोच बदल रही है। समर्पण और लगन में चुनौतियों को मात देकर बेटियां कामयाबी की नई इबारत लिख रही है। बेटियां हर क्षेत्र में अपनी परचम लहरा रही है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह, दहेज प्रथा व भ्रूण हत्या जैसे समाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है। पढ़े लिखे लोग भी इन कुरितियों के खिलाफ चुप हो जाते हैं जो खेदजनक है। शिक्षक श्याम कुमार मेहता ने कहा कि बेटियां को यदि सही प्लेटफार्म मिलता रहे तो वो आसमां को छूती रहेगी। उन्होंने कहा कि लड़की की पढ़ाई के लिए सरकार ने कस्तुरबा बालिका विद्यालय प्रत्येक प्रखण्ड में चला रही है। सरकार बालिकाओं को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम चलाती रही है।
कस्तुरबा विद्यालय के लेखापाल रणजीत कुमार ने कहा कि सरकार ने इसके लिए 24 जनवरी का दिन चुना है। क्योंकि यह वही दिन था जब 1966 में इन्दिरा गांधी ने भारत के प्रथम महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। कार्यक्रम में बालिकाओं को कांपी, कलम व पुस्तक देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कस्तुरबा बालिका विद्यालय के शिक्षिका प्रियंका कुमारी, आदेशपाल जफर आलम, सुरक्षा प्रहरी जोगधर मुखिया सहित दर्जनों छात्राएं उपस्थित थे। साथ ही शिक्षिकाओं के नेतृत्व में जागरूकता रैली भी निकली गई।