सुपौल : सहायक समाहर्ता अभिषेक रंजन एवं SDM विनय कुमार सिंह द्वारा बाढ़ में छतिग्रस्त डायवर्सन एवं पुल का जायजा।

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सोनू आलम / बलराम कुमार

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सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज मुख्यालय स्थित चिलोनी नदी का पुल जो एक जिले से दूसरे जिले को जोड़ती है और घनी आबादी होने के कारण हजारों लोगों के आने-जाने का एक मात्र साधन है।
कई वर्ष पूर्व से ही छतिग्रस्त हो चुका पुल अभी तक नहीं बना है। पुल छतिग्रस्त होने के कारण तत्काल डायवर्सन बनाया गया था जो कि पहली बार 35 लाख की लागत से बनाया गया था, डायवर्सन टूट गया है, जिसे बनाने के लिए पुनः18 लाख की लागत आई।
अब देखना है कि तीसरी बार कितने की लागत आती है।
आमलोगों के अनुसार प्रशासन की मिली भगत से सब खेल चल रहा है। लोगों ने आशंका व्यक्त किया कि कहीं ऐसा तो नहीं की प्रति वर्ष पुल के टूटने का इंतज़ार किया जाता है कि कब पुल टूटे और फिर मलाई निकाली जाएगी।
यदि समय रहते डायवर्सन की मरम्मत की जाती तथा बारिश के समय साफ-सफाई की जाती तो आज जनता जनार्दन को ये दिन नहीं देखने पड़ते। साथ ही सरकारी रुपए बचाए जा सकते थे। उक्त बाबत सहायक समाहर्ता अभिषेक रंजन से पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी बताने से किया इंकार किया।

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