सोनू आलम
कोसी की आस@बलुआ बाजार,सुपौल
आज के डिजिटल युग में इंटरनेट और नेट बैंकिंग की सुविधा होने से लोगों को पैसे संबंधी लेनदेन में जितनी आसानी हो रही है। लेकिन दूसरी तरफ लोग इसमें धोखाधड़ी के शिकार भी बन रहे हैं।
छातापुर प्रखंड क्षेत्र के लक्ष्मीनियाँ पंचायत वार्ड नंबर 10 के निवासी बिभूति कुमार झा पेशे से एक शिक्षक है और उनका बैंक खाता बलुआ बाजार स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है। उनके खाते में कुल ₹45000 जमा था। दिनांक 14 अगस्त को रात्रि के 8:00 बजे उन्हें एक मैसेज आया कि उनके खाते से एटीएम द्वारा ₹20000 का ट्रांजैक्शन किया गया है, इसके तुरंत बाद एक और मैसेज आया कि उनके खाते से एक बार फिर ₹20000 निकाला गया है। इन दोनों मैसेज से चिंतित और हैरान बिभूति कुमार झा जब बैंक गए, तब उन्हें बैंक में पता चला कि शेष ₹5000 भी उनके खाते से किसी और के खाते पर ट्रांसफर कर दिया गया है।
बैंक मैनेजर ने बताया कि ₹40000 एटीएम के माध्यम से और ₹5000 किसी व्यक्ति के खाते पर ट्रांसफर किया गया है। बैंक में विभूति झा ने बताया कि मैंने किसी को भी अपना एटीएम, पिन, पासबुक या चेक बुक नहीं दिया है, फिर यह कैसे संभव है। पूरी बात जानने के बाद बैंक मैनेजर ने भी हैरानी प्रकट की और उन्होंने ₹5000 जिस व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर किया गया उसका पूरा डिटेल्स निकाल कर दिया। वह खाता संजय कांत झा जिला मधुबनी का है। जब उक्त व्यक्ति से मोबाइल के माध्यम से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे खाते से भी बिना किसी सूचना के ₹16000 की निकासी कर दी गई है जिसके लिए मैंने थाने में एफआइआर भी दर्ज कराया है।
हैरान-परेशान बिभूति झा ने ललितग्राम ओपी में लिखित आवेदन दिया है। पुलिस भी पूरे घटनाक्रम पर हैरानी प्रकट कर रही है। इस संबंध में डीएसपी त्रिवेणीगंज गणपति ठाकुर से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस प्रकार की घटना संभव नहीं है, मैंने अपने पूरे कार्यकाल में इस प्रकार की घटना नहीं सुनी है फिर भी पुलिस आगे की अनुसंधान कर रही है। पीड़ित ने एसपी सुपौल से मिलकर गुहार लगाई है, साथ ही साथ कहा है कि लोग विश्वसनीयता के साथ बैंक में पैसे जमा करते हैं और यदि बिना किसी सूचना के खाते से पैसे गायब हो जाएंगे तो लोग पैसे कहां रखेंगे। यदि मेरे पैसे नहीं मिलेंगे तो मैं किसी अच्छे वकील से संपर्क मैं हूँ फिर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पर ही केस दर्ज करवाउंगा।