कहते हैं सर मुड़ाते ही ओला पड़ना….मतलब एक मुसीबत टली नहीं कि दूसरी पहले ही दस्तक दे चुकी है। जी हां, कुछ ऐसा ही हमारे देश में हो रहा है। अभी हमलोग कोरोना के मुसीबत से निकले नहीं हैं कि बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है। जी हां, Coronavirus (कोरोना वायरस) का खतरा अभी टला भी नहीं कि भारत में दो और जानलेवा वायरस ने दस्तक दे दी ही। भारत में कोविड-19 (COVID-19) के साथ ही बर्ड फ्लू (H5N1 Virus) और स्वाइन फ्लू (H1N1 Virus) के मामले भी सामने आने लगे हैं। कोरोना वायरस की तरह ही बर्ड फ्लू की शुरूआत केरल भी से हुई है।
केरल सरकार ने परप्पनंगडी में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद शनिवार को मुर्गियों को मारने का आदेश दिया है। केरल के कोझिकोड में भी आठ मार्च को बर्ड फ्लू के दो मामले सामने आए थे। केरल के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार व पश्चिम बंगाल में भी पिछले कुछ दिनों में बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मामले मामले आ चुके हैं। ऐसे में इन तीनों राज्यों में कोरोना वायरस के साथ ही बर्ड फ्लू व स्वाइन फ्लू का खतरा भी बढ़ गया है।
भारत में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या शनिवार तक 84 हो चुकी है, जबकि इस वायरस से देश में अब तक दो लोगों की मौत हुई है। कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 13 राज्यों में फैला हुआ है। WHO द्वारा इसे महामारी घोषित किए जाने के बाद से कई राज्य इसे महामारी घोषित कर स्कूल, कॉलेज, मॉल, सिनेमा घर, स्वीमिंग पूल व जिम जैसी भीड़भाड़ जगहों को 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश दे चुके हैं। इससे निपटने के लिये युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में स्वाइन फ्लू व बर्ड फ्लू की दस्तक मुसीबत और बढ़ा सकती है।
स्पेशल डेस्क
कोशी की आस@नई दिल्ली