स्पेशल डेस्क
कोसी की आस@नई दिल्ली
साल 2019 को गुजरने में बहुत कम वक्त रह गया है। 2019 से आगे बढ़ते हुए हम 2020 में कदम रखने जा रहें हैं। बस फर्क सिर्फ तारीख का है। सूर्य अपने नियत समय से निकलेगा, चाँद अपनी अक्ष पर अपनी चाल से ही चलेगी और तो और हम, आप, सब अपनी-अपनी रोजमर्रा का काम नियत समय पर ही करेंगे। अंतर होगा कि हम नए साल में प्रवेश करेंगे। ऐसा नहीं कि हम पहली बार नए साल में प्रवेश कर रहे हैं। 2017 से भी हम 2018 में इसी तरह प्रवेश किये थे उसी प्रकार 2018 से भी हम 2019 में इसी तरह प्रवेश किये थे यानि हर नए वर्ष में हम पिछले वर्ष को पीछे छोड़कर प्रवेश करते हैं।
हम हर नए साल को अच्छी तरह से धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं ताकि हम पूरे वर्ष एक नई उम्मीद के साथ जीयें। परंतु कुछ चीजें हैं जिस पर हमें गौर करने की जरूरत है वह है खुद से लिया गया Resolution/संकल्प हमें यह तय करना पड़ेगा कि जो कुछ भी हमने संकल्प लिया था, हम उसे अपने जीवन में अमल कर पाए या नहीं, अगर नहीं तो उसे पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। साल की शुरुआत में हम तरह तरह के संकल्प लेते हैं, लेकिन हफ्ते महीने तक तो ठीक रहता है फिर धीरे धीरे हम अपने किये वादों को भूलते जाते हैं और कुछ समय के बाद तो हमें कुछ याद भी नहीं रहता कि हमने कुछ वादे/संकल्प भी किये थे। और फिर देखते देखते साल गुजर जाता है और हम उस अधूरी संकल्प को समय पर टाल देते हैं कि समय की वजह से या भाग्य की वजह से हम पूरा नहीं कर पाये। अपने संकल्प पर टिके न रहना इस बताता है कि हममें आत्मविश्वास व दृढ़ता की कमी है। इन चीजों पर सोचने की जरूरत है।
एक कहावत है जो बीत गई सो बात गई यानि जो बीत गई उसे बीत जाने दें, अब व्यर्थ की चिंता करने से कोई फायदा नहीं है जो आनेवाला समय है हमें उसी के साथ चलना है/चलना पड़ेगा। सबसे बड़ी बात है कि किसी भी अच्छी या बुरी बात का बोझ हमें साल पर नहीं डालना चाहिए। साल कुछ नहीं करता जो भी करता है वह इंसान ही करता है। साल हमें जीने की राह सिखाता है और सही और गलत की पहचान करता है। यह हम सब पर निर्भर करता है कि इस समय के प्रकाश को अपने जीवन में कितना जगह देते हैं।
हर साल हमें ये मौका देता है कि कुछ अच्छा करें, कुछ अच्छा बुनें, कुछ रचनात्मक चीजें करें। नकारात्मक चीजों को खुद पर हावी होना तो दूर अपने आस पास भी भटकने न दें।
अंत में कुछ चीजें जो हमें खुशी दे सकती है उसका जिक्र करना चाहूंगा…. अच्छा लगेगा यदि हम कुछ समय मोबाइल से दूर रहकर किसी बड़े बुजुर्ग या बच्चे का हाथ पकड़ें , उनका स्नेह लें और अपना भी दें। अच्छा लगेगा कि नए साल में हम संकल्प लें कि किसी भी महिला को प्रताड़ित न करें, उनकी इज्जत करें, अच्छा लगेगा कि हम पुरानी दुश्मनी को भूलकर उन्हें भी गले लगायें साथ ही अच्छा लगेगा कि अनजान लोगों को कुछ कहने के साथ साथ कुछ सुनने की भी आदत डालें।
अलविदा 2019
नया साल मुबारक हो।
Happy New Year 2020