कोसी नदी के कुशाहा त्रासदी पर आधारित मैथिली फिल्म “लव यू दुल्हिन” 18 अक्टूबर को दिल्ली तथा एनसीआर के PVR सहित विभिन्न सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है।
दिल्ली में रहने वाले तमाम मैथिल समाज से अपील करते हुए सिनेमा के निर्माताओं ने निवेदन किया है कि अधिक-से-अधिक संख्या में आकर अपनी सांस्कृतिक भाषाई विरासत को मजबूत करने में अपना योगदान प्रदान करें और फिल्म का आनंद लें। साथ ही मैथिली भाषा के उत्थान के लिए सामाजिक विषय वस्तु पर बनी फिल्म “लव यू दुल्हिन” को अपना समर्थन प्रदान करें।
फिल्म के निर्माता विष्णु पाठक और रजनीकांत पाठक- “सांस्कृतिक भाषाई सम्प्पन्नताक लोहा तखने मानत दुनियां जखन अहाँक अपन भाषाक फ़िल्म सेहो होत। हम आ हमरा सन किछ लोग छोट छोट प्रयास क रहल छी। एहि के भव्य विराट अहिं सब बना सकैत छि।”
साथ ही #लवयूदुल्हिनकेसदस्य# भी अपने-अपने तरीके से लोगों से फ़िल्म के संबंध में अपील कर रहे हैं-
“दिल्ली मे रहनिहार भाषा अभियानी सभ विशेष रुपे धिआन देथुन एहिबात पर, मैथिली लेल काज कएनिहार एक्कहु व्यक्ति निराश नहि होथि तहि बातक जिम्मा अछि हमरा लोकनि पर, हमरा लोकनि काज कएनिहार’ क मेहनति केँ सराहना केवल शब्द सँ नहि, हुनका यथोचित बिजनेस द क सेहो करबैक तखनहि आन लोक एहितरहक डेग उठेबा मे सहज हेताह….!!”
एक मैथिली से ताल्लुक रखने वाले व्यक्ति ने अपने फेसबुक आईडी के माध्यम से लोगों से अपील किया- बड्ड नीक लागि रहल अछि। अपने सब के प्रयास देखि। सोशल मीडिया म पैट दियौ। अपन भाषा, अपन संस्कृति के प्रचार प्रसार फ़िल्म के माध्यम से बेसी हेतैक। याद राख़ब 18 से प्रशांत विहार रोहिणी PVR आ विकासपुरी PVR म 3 से 6 के शो।
सोशल मीडिया पर प्रदर्शन से पूर्व मैथिली फिल्म “लव यू दुल्हिन” को मैथिल समाज और मैथिली भाषा से संबंध रखने वालों का भरपूर समर्थन लोगों से अपील करते हुए कि अधिक-से-अधिक संख्या में फ़िल्म देखने आएं, देखा जा सकता है।
प्रदर्शन से पूर्व ही चर्चा में आ चुकी मैथिली फिल्म “लव यू दुल्हिन” मिथिलांचल के ग्रामीण परिवेश सभ्यता और संस्कार को समेटने के साथ-साथ कोसी के कोप से त्रस्त बिहार के लाखों परिवारों के दर्द को बयां करने के आलावे यह फ़िल्म जो बेहतर भविष्य की तलाश में पीढ़ी-दर-पीढ़ी पलायन की पीड़ा औऱ पारिवारिक संस्थाओं में बिखराव की कहानी के साथ-साथ उन करोड़ों बिहारियों के दुःख दर्द को तस्वीर भी बयां करती है।