“कुछ किये बिना ही जय-जयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती”
उपरोक्त चर्चित पंक्तियाँ सहरसा जिले के शिवपुरी मुहल्ले वार्ड नं 14 निवासी अरविंद कुमार भारती एवं पूनम भारती की सुपुत्री पुष्पम प्रिया पर अक्षरशः लागू होती है, जिन्होंने
खुद से पढ़ाई कर बिहार में प्रतिष्ठित पद माने जाने वाले दरोगा पद पर अपने पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त कर न सिर्फ अपने माता-पिता का बल्कि समाज का भी सर गर्व से ऊंचा कर दिया।
कोशी की आस के प्रतिनिधि से अपनी तैयारियों के बारे में बात करते हुए पुष्पम प्रिया ने बताया कि उन्होंने यह सफलता अपने पिता के द्वारा दिए गए प्रशिक्षण एवं पारिवार से मिलने वाले उत्साहवर्धन के सहारे प्राप्त किया। स्वाध्याय तथा यूट्यूब की मदद से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हुए खेल को निरंतर अपने जीवन का हिस्सा बनाए रखना उनकी इस सफलता में सहायक सिद्ध हुआ।
बतौर पुष्पम सहरसा में रहते हुए लगातार वॉलीबॉल की प्रैक्टिस करती रही तथा सुपौल जिला की तरफ से वर्ष 2007 से राष्ट्रीय स्तर पर हुए नेशनल वालीबॉल चैंपियनशिप में जिले का प्रतिनिधित्व किया। उनके पिता अरविंद कुमार भारती स्वयं एक अच्छे वॉलीबॉल खिलाड़ी रहे हैं एवं अपनी पुत्री को भी उन्होंने वॉलीबॉल का प्रशिक्षण दिया।
पुष्पम की सफलता पर सुपौल जिला वॉलीबॉल संघ के सचिव अमन कुमार सिंह ने पुष्पम को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे बहुत छोटी उम्र से उनके खेल को निखरता हुआ देखते आए हैं। उसकी लगन एवं सिद्धि प्राप्त करने की चाहत ही उसे आज सफलता के मुकाम तक ले आई है।
पढ़ाई के साथ-साथ खेल के साथ पुष्पम की रुचि हमेशा कुछ अलग कर गुजरने में रही। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के पुरातत्व विभाग से स्नातक करने के साथ-साथ पुष्पम ने संगीत में भी अपनी रुचि को बरकरार रखा। बीएचयू के संगीत प्रतियोगिता को जीता, इंडियन आइडियल की प्रतिभागी रह चुकी पुष्पम प्रिया अनोखी प्रतिभाओं की धनी हैं। पुष्पम तबला वादन में प्रभाकर तथा भारतीय संगीत में विशारद की उपाधि प्राप्त कर चुकी हैं। इतना ही नहीं इन्होंने उर्दू भाषा में फोकानिया की डिग्री भी हासिल की है, साथ ही दर्जन भर भारतीय भाषा की जानकारी इनकी प्रतिभा को और सशक्त बनाती है।
पुष्पम की सफलता पर बधाई देने वालों में जिला वॉलीबॉल संघ सहरसा की अध्यक्ष मनीषा रंजन एवं सचिव रोशन सिंह धोनी के अलावे राइफल क्लब के सचिव त्रिदिव सिंह ने इनकी इस उपलब्धि को सराहते हुए आगे यूपीएससी एवं अन्य उच्चतर परीक्षाओं में सफलता के लिए प्रोत्साहित किया। सीनियर वॉलीबॉल खिलाड़ी राहुल कुमार, शुभम कुमार ‘चुनचुन’, प्रिया कुमारी, कुमरदेव कुमार, राणा रंजन सिंह, अमित कुमार अमर, रूपेश कामत, मुरली यादव ने अपनी शुभकामनाएँ व्यक्त की।
रितेश : हन्नी
कोशी की आस@सहरसा