समाज में कुछ लोग साधारण होते हुए भी अपने कर्मों से असाधारण बन जाते हैं। ऐसे लोग न सिर्फ समाज के लिए काम करते हैं बल्कि कईयों के लिए प्रेरणा-स्रोत बन जाते हैं। ऐसे ही एक शख़्स के बारे में आज हम बात करने जा रहे हैं। यूँ तो बिहार का मधुबनी अपने “मधुबनी पेंटिंग” के लिए विश्व प्रसिद्ध है ही, लेकिन मधुबनी के बगीचे रूपी आँचल में और भी कई कली खिले हैं, जिसने मधुबनी की प्रतिष्टा में चार चाँद लगाया है। उन्हीं कलियों में से एक मन्टू कुमार एक ऐसे युवा हैं, जिन्होंने बेहद कम उम्र से ही समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य अपनी एक अलग पहचान बनाया है और उस नेक कार्य के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी कई सम्मान प्राप्त कर चुके हैं।
श्री मन्टू कुमार मधुबनी शहर ही नहीं देश स्तर पर समाजिक कुरीतियों के खिलाफ लड़ रहे हैं जैसे- अंधविश्वास, स्वच्छता, दहेज प्रथा, बाल-विवाह, नारी सशक्तिकरण, बाल-श्रम। साथ ही श्री मन्टू ने अब तक 200 से अधिक गरीब बच्चों का विभिन्न स्कुलों में सामाजिक सहयोग से दाखिला करवाया है। बीते कई वर्षों से वे विज्ञान मेला, पर्यावरण, चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या से जुड़े कई मुद्दों को लेकर काम कर रहे हैं। उनका अपने आस-पास के लोगों को जागरूक करने का जज्बा भी अपने आप में अनोखा है। वे नेहरू युवा केंद्र, मधुबनी से भी जुड़कर समाज में कई सारे समाजिक गतिविधि करते रहे हैं। श्री मन्टू को 2018 में समाजिक कार्यों में बेहतरीन योगदान के लिए नेशनल अवार्ड और राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, (भारत सरकार) की ओर से प्रदान किया गया था।
श्री मन्टू बताते हैं कि बचपन से या यूँ कहिए तो स्कुल के दिनों से मेरी काफी रुचि इस तरह के समाजिक कार्यों के प्रति रही है। मैं शहर के सुड़ी मध्य विद्यालय में छठी क्लास में था, तभी मैंने भारत सरकार के द्वारा स्कूलों में चलाये जा रहे कार्यक्रम स्काउड और गाइड को ज्वाइन कर लिया। ज्वाइन करने के बाद समाज सेवा के प्रति मेरे विचार में और प्रगाढ़ता आई। वर्ष 2006 में स्काउट और गाइड के लिए मुझे महामहिम राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम सर से पुरस्कार मिला, यह मेरे जीवन का अनुपम छन था और इस पुरस्कार ने मुझे और कार्य करने के लिए प्रेरित किया। आगे बताते हैं कि माध्यमिक करने के बाद नेहरू युवा केंद्र में वालंटियर के तौर पर ज्वाइन किया, नेहरू युवा केन्द्र से जुड़ कर विभिन्न समाजिक जागरूकता अभियानों में बेहतर कार्यों के लिए भी मुझे 2018 में नेशनल अवार्ड और सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए नई-दिल्ली में राष्ट्रीय युवा गौरव सम्मान से भारत सरकार के केन्द्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्री विजय गोयल, केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय मंत्री रामदास अठावाले द्वारा संयुक्त रूप से सम्मानित किया। साथ ही रजी स्तरीय और स्थानीय स्तर पर विभिन्न संस्थानों के द्वारा भी सामाजिक कार्य में योगदान के लिए श्री मंन्टू को कई सारे अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
मधुबनी शहर की कॉलोनी से लेकर सभी सरकारी स्कूलों में चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या, अंधविश्वास, स्वच्छता, दहेज प्रथा, बाल-विवाह, नारी-सशक्तिकरण, बाल-श्रम, स्वच्छता, पर्यावरण, विज्ञान मेला जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर देश-भर के युवाओं को जागरूक कर रहे श्री मंन्टू अगर चाहते तो कोई अच्छा सा व्यवसाय या नौकरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकते थे। लेकिन, इस युवा ने बीते 17 वर्षों से शहर से लेकर गाँव तक अंधविश्वास फैलाने वालों की खिलाफ वैज्ञानिक व्याख्या के साथ शैक्षिक चेतना की मुहिम शुरू कर इन कुरीतियों को मिटाने का कार्य कर रहें हैं, साथ ही स्कुलों में जाकर अध्यापकों को अंधविश्वास मिटाने की मुहिम में साथ देने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं।
यूँ तो स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही बाल-मजदूरी, बाल-विवाह, अंधविश्वास, नारी-सशक्तिकरण, दहेज-प्रथा जैसी हजारों कुरीतियों पर लगाम लगाने के लिए कई प्रयास हुए उसके बावजूद इसका खात्मा नहीं हो सका, आज भी यह कुरीतियां समाज को चिढ़ा रही है। इन कुरीतियों के खात्में को कार्य करने वालों में एक प्रमुख नाम जो बिहार से है, वह हैं मधुबनी जिले के जे.पी. कॉलोनी निवासी समाजिक कार्यकर्ता मन्टू कुमार, जो विगत कई वर्षों से समाजिक कुरीतियों के खिलाफ अभियान चला कार्य कर रहे हैं।
श्री मन्टू कहते हैं कि कार्य करते-करते अब आम लोगों के साथ कार्य करना और उनकी मदद करना ही जीवन का ध्येय बन गया है। शहर में समाजिक कार्यों से जुड़ा कोई भी अभियान हो, उसमें मन्टू का योगदान रहता है। अस्पताल में जरूरत मंद मरीजों की मदद के लिए रक्तदान को लेकर लोगों को प्रेरित करने के लिए श्री मन्टू अब तक कई बार रक्तदान कर चुके हैं, साथ ही इसी वर्ष उन्होंने अपना देहदान भी कर दिया है। श्री मन्टू अबतक अपने इस अभियान से 100 से अधिक युवाओं को जोड़ कर कार्य कर रहे है।
कोसी की आस टीम श्री मन्टू के द्वारा सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान की बहुत सराहना करती है, साथ ही उन्हें अबतक की सफलता के लिए शुभकामनायें देती है और उनके बेहतर भविष्य की कमाना करती है।
(यह “मन्टू कुमार” से “कोसी की आस” टीम के सदस्य के बातचीत पर आधारित है।)
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टीम- “कोसी की आस” ..©