Covid-19/कोरोना वायरस की वजह से सम्पूर्ण देश में लॉकडौन लगा हुआ है। इन सबके बीच अभी यह मार्च का महीना चल रहा है और भारत में रबी का फसल खेतों में पक चुका है। लेकिन लॉकडौन की वजह से किसान भी अभी घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। इस परिस्थिति को देखते हुए सरकार ने कृषि क्षेत्र को लॉकडाउन नियमों से छूट देने का फैसला लिया है। खेतों में तैयार खड़ी रबी की फसलों को लेकर किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसका ध्यान रखते हुए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को मंडी, खरीद एजेंसियों, खेती से जुड़े कामकाज, भाड़े पर कृषि मशीन देने वाले केंद्रों के साथ ही कृषि से संबंधित सामान का राज्य के भीतर और अंतर-राज्यीय परिवहन को लॉकडाउन से छूट दे दी।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शनिवार को कहा कि रबी फसलों की कटाई और देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कृषि कार्यों और संबंधित गतिविधियों को लॉकडाउन नियमों से छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण समय पर, कृषि से संबंधित गतिविधियों के लिए छूट दी गई है ताकि लॉकडाउन के बाद लोगों को पर्याप्त खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। आम नागरिकों और किसानों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसानों को कटाई में कोई समस्या न हो, केंद्र ने संबंधित मंत्रालयों और राज्य सरकारों को छूट का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने उर्वरक की दुकानों को कार्य करने की अनुमति दी है, और यहां तक कि उर्वरकों, कीटनाशकों और बीजों के विनिर्माण और पैकेजिंग को लॉकडाउन अवधि के दौरान अनुमति दी गई है। बुवाई और कटाई से संबंधित कृषि मशीनरी के अंतर और अंतर आंदोलन को भी लॉकडाउन नियमों से छूट दी गई है।