फेम इंडिया मैगजीन के 50 लोकप्रिय डीएम की लिस्ट जारी, बिहार के चार डीएम हैं शामिल

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दिल्ली : देश के गणतंत्र होने के बाद से ही, भारतीय समाज में अक्सर कहा जाता है कि देश में पीएम, राज्य में सीएम और जिले में डीएम के पास ही जनता के लिये कुछ भी बेहतर कर पाने की ताकत होती है। यूँ तो देश के विकास में, कहीं ना कहीं, सभी की भूमिका होती है। लेकिन देश और राज्य की पूरी मशीनरी विकास संबंधित योजनाओं का जो खाका तैयार करती है, उसका लाभ लोगों तक पहुँचाने की मुख्य जिम्मेदारी जिले के डीएम की ही होती है। डीएम के पूर्वाग्रह से मुक्त, पारदर्शी और तटस्थ फैसलों से, बदलाव और विकास सही शक्ल लेने में सक्षम हो पाता है। लोकप्रिय, कर्तव्यनिष्ठ, कर्मठ, जुखारु और सुघड़ डीएम, विकास योजनाओं का लाभ जन-जन को मिले, यह सुनिश्चित करते हैं। चूंकि वे अपनी तैनाती के कुछ समय बाद से ही, जिले की प्राकृतिक संपदाओं, कृषि, सड़क, बिजली, वित्त और मानव पूंजी से भली-भांति परिचित हो चुके होते हैं, इसलिए समस्याओं का निदान और विकास के नए पायदान गढ़ने के मानक, कसौटी और सूत्र उनके पास होते हैं ।

उन्हें पता होता है कि जिले में कितने संसाधन हैं और जिले के किस हिस्से की क्या जरूरत है? उसी के अनुरूप, ये डीएम केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं को जमीन पर सही तरीके से उतारने के लिए ग्राउंड योजना बनाते हैं। यही नहीं, क्षेत्र के विकास के लिए बेहतर रोड मैप बनाकर डीएम सरकार और राज्य मुख्यालय को भी देते हैं, जिसमें नई योजनाओं के लिए स्वीकृति और उनके वृहत्तर दृष्टिकोण चस्पां रहते हैं। जाहिर तौर पर, इससे ही विकास को गति मिलती है। किसी भी योजना की सफलता या असफलता इस बात पर निर्भर करती है कि वह आम लोगों से कितनी और किस तरह जुड़ी है। साथ ही, उसका लाभ जनता को किस तरह मिलने वाला है। गौरतलब है कि डीएम का, जिले के विकास में सबसे अहम और बड़ा योगदान होता है लेकिन आजकल ये आम धारणा बना दी गयी है कि ये डीएम करते ही क्या हैं ? अक्सर इसे नकारात्मक रूप में जाहिर और प्रस्तुत किया जाता है। वास्तविकता यह है कि जिले के सर्वांगीण विकास से लेकर किसी भी योजना के क्रियान्वयन तक में इनकी भूमिका सबसे अहम होती है। बेशक, यह बेहद जरूरी है कि डीएम जिले के सभी स्तर के प्रतिनिधि, अधिकारियों, विभिन्य सामाजिक संगठनों के प्रखर लोगों और अन्य प्रभावशाली व्यक्तियों से तारतम्य बिठाकर, अपने कार्य क्षमता को, सलीके से जमीन पर उतारें।

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फेम इंडिया के इस अंक में हम, तय मानदंडों को आधार बनाते हुए “एशिया पोस्ट के सर्वे” के जरिये, 50 लोकप्रिय डीएम को सम्मान दे रहे हैं। हम उन्हें प्रोत्साहित करने के साथ-साथ, उनके विकास और प्रगतिशीलता में दिये गये योगदान को सामने लाने का प्रयत्न कर रहे हैं। एक जिम्मेदार और सकारात्मक मीडिया होने के नाते फेम इंडिया ने इस बार देश निर्माण में अपनी बेहतर भूमिका निभा रहे डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट को श्रेय देने का निर्णय किया है। वर्तमान में देश भर में 724 जिले हैं। फेम इंडिया मैगजीन ने एशिया पोस्ट सर्वे के साथ मिलकर विभिन्न स्रोतों, प्रबुद्ध लोगों की राय और ग्राउंड एवं मीडिया रिपोर्टों के आधार पर 50 लोकप्रिय डीएम का चयन किया है, जो अपनी उत्कृष्टता और अलग निर्माणक छवि के कारण विशिष्ट स्थान रखते हैं। हमने सभी डीएम को स्टेकहोल्ड सर्वे के आधार पर 50 कैटेगरियों में बांटा और हर कैटगरी से एक प्रमुख लोकप्रिय डीएम को फेम इंडिया के इस अंक में प्रकाशित कर रहे हैं। फेम इंडिया और एशिया पोस्ट का सर्वे शानदार गवर्नेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता आदि दस मानदंडों पर, आधारित रहा है।

फेम इंडिया मैगजीन एंव एशिया पोस्ट सर्वे के विभिन्न श्रेणी में प्रमुख स्थान पर आए 50 लोकप्रिय जिलाधिकारियों की सूची, इस प्रकार हैं :

उत्कृष्ट- कुमार रवि,डीएम,पटना।
विशिष्ट- शालनी अग्रवाल,डीएम, बड़ौदा।
कर्त्तव्यनिष्ठ- कौशल राज शर्मा,डीएम,वाराणसी।
हौसलामंद- प्रदीप गुप्ता, डीएम,लुधियाना।
कर्मयोद्धा- सुहास एल वाई, डीएम,नोएडा।
बाजीगर- राजेंद्र भट्ट, डीएम,भिलवाड़ा।
अग्रदूत-बलवंत सिंह, डीएम,पुरी।
प्रभावशाली-के. विजेंद्र पांडियान, डीएम,गोरखपुर।
योग्य – डॉ बृजमोहन मिश्रा, डीएम,दिल्ली ( दक्षिण)।
बेहतर – नवल किशोर राम डीएम,पुणे।
शक्ति – मुक्ता आर्या, डीएम,हावड़ा।
विकासशील – सी रविशंकर, डीएम,हरिद्वार।
उड़ान – अदिति सिंह, डीएम,हापुड़।
क्षमतावान – सुषमा चौहान, डीएम,जम्मू।
असरदार – तरूण राठी, डीएम, दामोह।
शानदार – डॉ मन्नान अख्तर, डीएम,जालोन।
मजबूत – विरेन्द्र कुमार शर्मा, डीएम, जालंधर।
जिम्मेदार – शैलेश नवल, डीएम,अमरावती।
कामयाब – कुमार अमित, डीएम,पटियाला।
अनुभवी – संग फुत्सोक, डीएम, तवांग।
शोहरतमंद – डॉ नरेन्द्र कुमार मीणा,डीएम,देवभूमि द्वारका।
कर्मठ – निधि श्रीवास्तव, डीएम, दिल्ली ( सेंट्रल )।
विलक्षण – डॉ त्यागराजन एस. एम.,डीएम,दरभंगा।
दूरदर्शी – वैभव श्रीवास्तव, डीएम, पीलीभीत।
जागरूक – विवेक भाटिया, डीएम, चंबा।
बेजोड़ – राहुल कुमार, डीएम,पुर्णिया।

शख्सियत -यशेंद्र सिंह,डीएम, रेवाड़ी।
जज्बा – राई महिमापत राय, डीएम, रांची।
प्रेरक – मंगेश घिल्डियाल, डीएम,टिहरी।
लगनशील – रजत बंसल, डीएम, बस्तर।
प्रशंसापात्र – अनंत लाल ज्ञानी, डीएम,धुबरी।
कलात्मक – के राजेश, डीएम,सुरेंद्र नगर।
व्यवहार कुशल – नवनीत सिंह चहल,डीएम,चंदौली।
दक्ष – रागुल के. डीएम,सिक्किम ( दक्षिण ) ।
उम्मीद – डॉ ऋचा वर्मा, डीएम,कुल्लू।
उम्दा – स्वाति एस भदौरिया, डीएम,चमोली।
काबिल – डॉ. पीयूष सिंगला, डीएम,उधमपुर।
ऊर्जावान – पी. बी. नूह भावा, डीएम,पथानमथिट्‌टा।
कुशल प्रबंधन – ओम प्रकाश कसेरा, डीएम,कोटा।
चर्चित – प्रिंस धवन, डीएम,लोहित।
संवाद क्षमता -अजय कटेसरिया, डीएम,सतना।
आईकान – संदीप सिंह, डीएम,रामगढ़।
स्टार – अभिषेक तिवारी, डीएम,जलपाईगुड़ी।
जबावदेह -पल्लव गोपाल झा, डीएम,डिब्रूगढ़।
इरादे – अमॉय कुमार, डीएम,रंगारेड्डी।
प्रोग्रेसिव – निशांत कुमार यादव, डीएम, करनाल।
माहिर – शशांका कोंडुरु, डीएम, करीमनगर।
सुधारवादी – नैन्सी सहाय, डीएम, देवघर।
युवा – शशांक शुभंकर, डीएम, समस्तीपुर।

इस चयन और प्रकाशन के बाद फेम इंडिया मैगजीन परिवार और एशिया पोस्ट सर्वे, आप तमाम अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं सम्प्रेषित करता है। साथ ही, हमें यह बेशकीमती उम्मीद है कि आप सभी अपने दायित्व और कर्तव्य में सुर्खाब के पर लगाएंगे।

वरिष्ठ पत्रकार, मुकेश कुमार सिंह की कलम से

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