हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की दवाई मिलने पर विभिन्न देशों ने भारत का आभार जताया

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एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है और अधिकांश देश लॉकडौन की स्थिति से गुजर रहा है तो दूसरी तरफ इस मुश्किल परिस्थिति के बावजूद भारत अन्य देशों में भी उतपन्न हुई इस बीमारी में सहायता करने से पीछे नहीं हट रहा है। मुश्किल परिस्थिति में मानवता की सेवा करने के कारण ही तो हमारे देश को महान कहा जाता है। अभी हाल में काफी सारे देशों ने भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन की दवा की मांग की थी जो कि कोरोना से लड़ने में काफी मददगार साबित हो रही है। ज्ञात हो भारत सरकार ने इस दवा के निर्यात को हरी झंडी दे दी थी। जिससे बाद एक के बाद एक देश द्वारा भारत को धन्यवाद देने का तांता लगा हुआ है।

मालदीव के विदेश मंत्री ने भारत द्वारा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (एचसीक्यू) के लिए अपने देश के अनुरोध को मंजूरी देने के लिए भारत को धन्यवाद कहा है। बताते चलें कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन एक मलेरिया-रोधी दवा है, जिसे COVID-19/कोरोना वायरस से निपटने में काफी उपयोगी माना जा रहा है। मालदीव के विदेश मंत्री ने ट्वीट में कहा, ‘भारत सरकार को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के लिए मालदीव के अनुरोध को मंजूरी देने के लिए धन्यवाद। उन्होंने आगे कहा है कि जरूरत में काम आने वाला दोस्त वास्तव में दोस्त होता है।’

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मालूम हो कि भारत ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के लिए जिन देशों की सूची को मंजूरी दी है उसमें USA, स्पेन, जर्मनी, बहरीन, ब्राजील, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, अफगानिस्तान, मालदीव और बांग्लादेश शामिल हैं।

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के निर्यात की अनुमति देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया था। उन्होंने एक ट्वीट के जरिये भारत और भारतीय लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इसे भुलाया नहीं जाएगा। इसके अलावा इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी दवा भेजने के लिए भारत को धन्यवाद कहा था। नेतन्याहू ने ट्वीट में कहा, ‘मेरे प्यारे दोस्त, @narendramodi,(भारत के प्रधानमंत्री) इजराइल को क्लोरोक्विन भेजने के लिए धन्यवाद।’ बता दें कि भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है।

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