पटना : आरके श्रीवास्तव ने “अरविंद केजरीवाल” को दिया बधाई, प्राथमिकताओं में ‘शिक्षा’ को शामिल करने की जताई उम्मीद।

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बिहार के मैथेमैटिक्स गुरू फेम आरके श्रीवास्तव ने अरविंद केजरीवाल को जीत पर दिया बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आपके द्वारा किये जा रहे शिक्षा में बदलाव आने वाले वर्षो में और बेहतर होंगे ऐसा सभी आशा करेंगे।

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आए बदलाव और शिक्षा नीतियों में सुधारों की चर्चा देश में तेज हो चली है। आरके श्रीवास्तव ने बताया कि सभी ने स्वीकार किया है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कई स्तरों पर सुविधाएं बेहतर हुई हैं। बच्चों की शिक्षा में अभिभावक-शिक्षक की सहभागिता और साझेदारी महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाई है। आरके श्रीवास्तव ने कहा कि पीटीएम पहले प्राइवेट स्कूलों में ही हुआ करती थी। लेकिन केजरीवाल सरकार ने इसे जरूरी समझा और इसे सरकारी स्कूलों में भी लागू किया। पीटीएम बच्चे के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

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आपको बताते चले कि अरविंद केजरीवाल सरकार में शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के कंधों पर है। उन्होंने शिक्षा के सिस्टम में किए गए बदलावों पर एक किताब लिखी है। जिसका शीर्षक है ‘शिक्षा’. इस किताब और दिल्ली के स्कूलों को लेकर मनीष सिसोदिया ने बताया कि इस किताब को लिखने के लिए उनके पास समय की कमी होती थी, लिहाजा वो इसे लिखने के लिए गूगल वॉइस टेक्स्ट का इस्तेमाल किया करते थे। उन्होंने माना कि शिक्षा व्यवस्था की बदहाली के लिए हम शिक्षकों को दोष देते हैं, जो कि सबसे आसान है। क्योंकि अब तक सरकारें सिर्फ अपनी जिम्मेदारियों और जवाबदेही को एक दूसरे पर टालते आ रही हैं। सिसोदिया का कहना है कि एजुकेशन की सबसे बड़ी त्रासदी ये है कि शिक्षा के लिए जिम्मेदार तीन अहम लोग, शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव और शिक्षा निदेशक अमूमन शिक्षा से सीधे तौर पर जुड़े नहीं होते हैं। जिसकी वजह से वह उन समस्याओं को समझ नहीं पाते हैं, इसलिए इसे बदलने की जरूरत है।

मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमें अपनी प्राथमिकताओं में शिक्षा को शामिल करना होगा। उन्होंने बताया कि जब हम (आम आदमी पार्टी) सरकार में आए तो हमने इस पर खूब चर्चा की और काफी चीजों में कटौती करने के बाद शिक्षा के बजट को बढ़ाने का फैसला किया। सिसोदिया ने बताया कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए बहुत सारे लोगों ने मिलकर काम किया, जिसमें आतिशी मर्लिना समेत कई सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि हमने दिल्ली में पहले साल में स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने की कोशिश की, दूसरे साल में हमने शिक्षकों को इंटरनेशनल ट्रेनिंग और नॉलेज देने की कोशिश की और जब दोनों काम अपनी रफ्तार में दिखाई देने लगे तो हमने पढ़ाई-लिखाई के तरीकों को बदलने की कोशिश की और रिजल्ट में इसका असर दिखाई देने लगा।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने वक्तव्य मे कई बार कहा है कि पिछले 5 साल में दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कामों को देश-विदेश में सराहा जा रहा है। सरकारी स्कूलों का कायाकल्प हो गया है और पैरंट्स प्राइवेट स्कूलों से अपने बच्चों को निकालकर सरकारी स्कूलों में दाखिला करा रहे हैं।

शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अच्छे टीचर ट्रेनिंग संस्थानों का होना बहुत जरूरी है। दिल्ली सरकार वर्ल्ड क्लास टीचर ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी की भी स्थापना करने जा रही है। जिस प्रकार पूरी दुनिया फिनलैंड से सीखती है कि शिक्षा व्यवस्था कैसी होनी चाहिए, उसी प्रकार आज पूरे भारत के सभी राज्य दिल्ली से सीखते हैं कि शिक्षा व्यवस्था कैसी होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी कहा कि आम आदमी पार्टी जब सत्ता में आई थी, उस समय शिक्षा, चिकित्सा, बिजली-पानी हर क्षेत्र में बहुत बुरी परिस्थितियां थी। सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग खंडहर थी और टीचर्स को पढ़ाई के लिए कोई मोटिवेशन नहीं था। AAP सरकार ने शिक्षा माफिया को खत्म किया और सरकारी स्कूलों के इन्फ्रास्ट्रक्चर में बड़े बदलाव किए। हमारा सपना था कि दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना है।

उन्होंने कहा, सरकार ने मिशन के साथ काम शुरू किया और आज दिल्ली के सरकारी स्कूल पूरे देश के लिए मिसाल हैं। क्लासरूम टीचिंग में सुधार के लिए प्रिंसिपल्स को ट्रेनिंग के लिए विदेशों में भेजा गया। दिल्ली में शिक्षा के बजट को दोगुना किया। टीचर्स को आईआईएम जैसे संस्थानों में नई शिक्षा पद्धति सीखने के लिए भेजा गया। इन्हीं टीचर्स की मेहनत का नतीजा है कि इस बार दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 94.4 पर्सेंट आया है।

उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पिछले सालों में शिक्षा जगत में बड़े बदलाव हुए हैं। दिल्ली सरकार ने दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी, आंबेडकर यूनिवर्सिटी आदि के नए कैंपस बनाए हैं। दिल्ली सरकार ने 13 नए कॉलेज भी बनाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में वर्ल्ड क्लास टीचर ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी की स्थापना भी की जाएगी।

स्पेशल डेस्क
कोशी की आस@पटना

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