क्यों ये महान खिलाडी अपने हेलमेट पर तिरंगा नहीं लगाते?

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हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे T-20 मैच के दौरान जब भारत गेंदबाजी कर रहा था, एक असामान्य घटना हुई जब एक प्रशंसक, 37 वर्षीय भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान “महेंद्र सिंह धोनी” के पास गया और सम्मान के साथ धोनी के पैर छुए लेकिन जैसे ही फैन धोनी के पैर छूने के लिए झुका, धोनी ने उस भारतीय प्रशंसक के हाथ से तिरंगा को छीन लिया ताकि तिरंगा जमीन को न छुए। एक क्षण में प्रशंसक को यह पता नहीं चला कि भारतीय ध्वज जमीन को छूने वाला था, धोनी ने बिना वक्त गवाए जल्दी से उस प्रशंसक के हाथ से तिरंगा ले लिया। धोनी का शानदार इशारा ट्विटर पर वायरल हो गया। धोनी ने एक बार फिर से साबित किया कि आख़िर उन्हें चैंपियन क्यों माना जाता है?

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बताना चाहेंगे कि विकेट कीपर के तौर पर जब महेंद्र सिंह धोनी विकेट के पीछे खड़े होते हैं तो धोनी को बॉलर्स के हिसाब से टोपी और हेलमेट पहनना पड़ता है। धोनी तेज गेंदबाज के लिए कीपिंग करते समय हेलमेट पहनते हैं तो स्पिनर के सामने वो टोपी पहनतें हैं। इस दौरान उन्हें कई बार हेलमेट को जमीन पर भी रखना पड़ता है। मैदान में हेलमेट पर बॉल या पैर लगने की संभावना बनी रहती है, इससे ध्वज का अपमान न हो, इसलिए ये महान खिलाडी अपने हेलमेट पर तिरंगा नहीं लगाते। गौरतलब है कि नियमानुसार भी राष्ट्रीय ध्वज जिस किसी वस्तु पर लगा हो उसे जमीं पर रखा जाना ध्वज का अपमान माना जाता है। इसी कारण “महेंद्र सिंह धोनी” अपने राष्ट्रीय प्रतीक का सम्मान करते हुए तिरंगे को अपने हेलमेट पर भी  नहीं लगाते है।

 

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PIC SOURCE-GOOGLE IMAGES

टीम- “कोसी की आस” ..©

 

 

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